Saturday, May 8, 2021

Kirron Kher की Cancer से जंग जारी, लगवाई Vaccine, पहली बार हुईं स्पॉट

 किरण खेर की कैंसर से जंग जारी, लगवाई वैक्सीन, पहली बार हुईं स्पॉट







बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस किरण खेर की तबीयत बिगड़ने की खबरें सोशल मीड‍िया पर वायरल हो रही थीं. बाद में किरण के पति और एक्टर अनुपम खेर ने इन अफवाहों पर विराम लगाते हुए किरण की तबीयत पर अपडेट दिया. उन्होंने बताया कि किरण ठीक हैं और उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली. इसी के साथ अनुपम ने फोटोज भी शेयर की हैं. 








अनुपम ने इंस्टाग्राम पर वैक्सीन सेंटर से फोटोज शेयर की हैं जिसमें वे पूरे पर‍िवार के साथ नजर आ रहे हैं. एक्टर ने वैक्सीन लगवाते हुए अपना वीड‍ियो डाला है. इसी के बाद फोटोज की कड़ी में किरण खेर की लेटेस्ट तस्वीर भी साझा की है. सफेद आउटफ‍िट पहने, मुंह पर मास्क, हाथ में प्लास्टर लगाए किरण एकदम अलग नजर आ रही हैं. 




जहां पहले किरण का ख‍िलख‍िलाता चेहरा सभी ने देखा था, अब उनमें बदलाव नजर आ रहा है. गौरतलब है कि किरण खेर ब्लड कैंसर से जूझ रही हैं. कुछ समय पहले किरण खेर के साथी और बीजेपी चंडीगढ़ के मेंबर अरुण सूद ने एक स्पेशल प्रेस कॉन्फरेंस में किरण की बीमारी के बारे में खुलासा किया. 









सूद ने बताया था कि पिछले साल 11 नवंबर को उन्हें अपने चंडीगढ़ वाले घर में हाथ में फ्रैक्चर हुआ था. चंडीगढ़ के Medical Education and Research में इलाज के दौरान उनमें मल्टीपल माइलोमा के शुरुआती लक्षण पाए गए. बीमारी उनके बाहिने हाथ से दाहिने कंधे तक फैल गई है. ऐसे में उन्हें 4 दिसंबर 2020 को मुंबई इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया. 



तब से उनका लगातार इलाज चल रहा है. क‍िरण ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने के बाद भी अपनी फोटो शेयर की थी. उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि मुंबई के कोक‍िलाबेन हॉस्प‍िटल में उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन का पहला डोल लिया है.



Kangna Ranauat हुईं Corona पॉजिटिव, कहा- 'अंदाजा नहीं था ये वायरस मेरे शरीर में पार्टी कर रहा है'

कंगना रनौत हुईं कोरोना पॉजिटिव, कहा- 'अंदाजा नहीं था ये वायरस मेरे शरीर में पार्टी कर रहा है' 

अपना हालचाल भी शेयर किया है. उनके पोस्ट से जाह‍िर है कि एक्ट्रेस वायरस से बिल्कुल नहीं डर रहीं बल्क‍ि उल्टा कोरोना को खत्म करने 

की बात कही है. कोरोना वायरस की बढ़ती लहर ने बॉलीवुड के कई सेल‍िब्रिटीज को अपनी चपेट में ले लिया है. अब एक्ट्रेस कंगना रनौत भी कोरोना की जद में आ गई हैं. 






उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट के जर‍िए अपने कोव‍िड टेस्ट की रिपोर्ट साझा की और बताया कि वे कोरोना पॉज‍िट‍िव हैं. इसी के साथ कंगना ने अपना हालचाल भी शेयर किया है.  कंगना रनौत ने ध्यान में लीन अपनी फोटो शेयर कर कोरोना पॉज‍िट‍िव होने की खबर दी है. वे लिखती हैं- 'मुझे पिछले कुछ दिनों से थकान और कमजोरी महसूस हो रही थी और आंखों में हल्की जलन भी थी. हिमाचल जाने की सोच रही थी इसल‍िए आज मैंने टेस्ट करवाया जब पता चला कि मैं कोरोना पॉज‍िट‍िव हूं. मैंने खुद को क्वारनटीन कर लिया है. 






मुझे अंदाजा नहीं था कि ये वायरस मेरे शरीर के अंदर पार्टी कर रहा है, अब जब मुझे पता चल गया है तो मैं इसे खत्म कर दूंगी. लोगों, प्लीज किसी को भी खुद से जीतने की ताकत ना दें. 


अगर आप डरे हुए हैं तो ये आपको और भी डराएगा. आइए इस कोव‍िड-19 का खात्मा करें. ये कुछ नहीं बस एक छोटे समय का फ्लू है जिसे बहुत अटेंशन मिली और अब ये लोगों को डरा रहा है. हर हर महादेव'. 


कोरोना से संक्रमित होने की खबर के बाद कंगना के फैंस ने उनके जल्द ठीक होने की कामना की है. कंगना के इस पोस्ट के बाद लगता है एक्ट्रेस ने जिस बेबाक अंदाज में अपने ख‍िलाफ बोलने वालों का सामना किया है, अब वही रवैया वे कोरोना वायरस के ख‍िलाफ आजमाएंगी. 





उनके पोस्ट से जाह‍िर है कि एक्ट्रेस वायरस से बिल्कुल नहीं डर रहीं बल्क‍ि उल्टा कोरोना को खत्म करने की बात कही है. पिछले दिनों कंगना रनौत के ट्व‍िटर अकाउंट सस्पेंड होने की खबर ने सनसनी मचा दी थी. पश्च‍िम बंगाल चुनाव के बाद वहां भड़की हिंसा और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आपत्त‍िजनक ट‍िप्पणी करने के बाद कंगना के इस माइक्रो ब्लॉगिंग अकाउंट पर ताला जड़ दिया गया. कंगना ने इसपर नाराजगी भी जताई थी.  


कंगना ने ANI को ट्व‍िटर सस्पेंशन के संदर्भ में कहा- 'ट्व‍िटर ने ऐसा कर के मेरा ही प्वाइंट साबित किया है कि वे अमर‍िकी हैं और जन्म से ही श्वेत, अश्वेता पर अपना माल‍िकाना हक समझने लगता है. वे आपको बताना चाहते हैं कि हमें क्या सोचना चाह‍िए क्या बोलना चाह‍िए और क्या करना चाह‍िए. 


मेरे पास बहुत सारे प्लेटफॉर्म्स हैं जहां मैं अपनी आवाज बुलंद कर सकती हूं. मैं सिनेमा के जर‍िए भी अपनी कला को दिखा सकती हूं. मेरा दिल देश के उन लोगों के लिए टूट जाता है जिन्हें सताया गया, अत्याचार हुए, नौकर बना कर रखा और हजारों सालों तक उनपर पाबंद‍ियां लगा कर रखी गई, इस दुख का कोई अंत नहीं है. '.   


वहीं एक ट्व‍िटर प्रवक्ता ने कंगना के साथ की गई कार्रवाई पर कहा था- हम बहुत क्ल‍ियर थे कि किसी भी ऐसे बर्ताव जो ऑफलाइन तौर पर नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है उस पर सख्त कार्रवाई करेंगे.  


ट्व‍िटर के नियमों का लगातार उल्लंघन, खासकर आचरण नीति और अपमानजनक व्यवहार नीति को तोड़ने की वजह से उनके ट्व‍िटर अकाउंट को परमानेंट तौर पर सस्पेंड कर दिया गया है. हम अपने ट्व‍िटर रूल्स व‍िवेकपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से हर किसी की सेवा में लगाते हैं.  


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Monday, May 3, 2021

क्यों नहीं टूट रहा Disha Vakani का तारक मेहता से रिश्ता, बड़ा है दयाबेन-TRP का खेल

 क्यों नहीं टूट रहा दिशा का तारक मेहता से रिश्ता, बड़ा है दयाबेन-TRP का खेल 


न जाने कितनी बार शो के प्रोड्यूसर दयाबेन की वापसी को लेकर बात कर चुके हैं, लेकिन कभी भी दयाबेन की री-एंट्री को लेकर कंफर्मेशन नहीं मिला है. हाल ही में तो असित मोदी ने ये साफ कर दिया कि अगर दिशा वकानी शो में वापस नहीं आना चाहती हैं, तो इच्छा जाहिर कर दें ताकि नई दयाबेन को शो में लाया जा सके. 



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किसी सीरियल के हिट होने के पीछे कई फैक्टर होते हैं, इसमें सबसे बड़ा रोल होता है किरदारों का. कई बार शो अपनी स्टोरीलाइन, डायरेक्शन के चलते हिट हो जाता है, तो कई बार किरदार अपना गहरा प्रभाव छोड़ जाता है. शक्तिमान, तुलसी विरानी, मुसद्धीलाल, एसीपी प्रद्युमन जैसे कई आइकॉनिक रोल ने इतिहास बनाए हैं. ऐसा ही एक हिट और फैंस का फेवरेट कैरेक्टर है दया जेठालाल गढ़ा उर्फ दयाबेन का. 





दयाबेन, आसित मोदी के मोस्ट फेवरेट शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में नजर आती हैं. इस शो का वैसे तो हर किरदार अपनी एक अलग पहचान रखता है, लेकिन दयाबेन की बात ही अलग है. उनका, हंसना, बोलना, गरबा करना, गुस्सा करना, हे मां माता जी बोलना, हर चीज में एक अलग ही अदा है. मगर पिछले साढ़े तीन साल से फैंस दयाबेन दूर हैं. दयाबेन को शो में देख नहीं पा रहे हैं और इसका कारण है कि दयाबेन का रोल जो एक्ट्रेस (दिशा वकानी) निभा रही हैं, उन्होंने शो से ब्रेक लिया हुआ है. 


न जाने कितनी बार शो के प्रोड्यूसर दयाबेन की वापसी को लेकर बात कर चुके हैं, लेकिन कभी भी दयाबेन की री-एंट्री को लेकर कंफर्मेशन नहीं मिला है. हाल ही में तो असित मोदी ने ये साफ कर दिया कि अगर दिशा वकानी शो में वापस नहीं आना चाहती हैं, तो इच्छा जाहिर कर दें ताकि नई दयाबेन को शो में लाया जा सके. 





वहीं कई बार खबरें आई कि दिशा ने शो में आने के लिए अपनी कुछ शर्ते रखी हैं, जिनकी वजह से चीजें संभव नहीं हो पा रही हैं. तारक मेहता के फैंस ये जानते हैं कि दिशा 2017 में मैटरनिटी लीव पर गई थी और फिर शो में वापस नहीं आईं. 


ऐसे में सवाल ये ही उठता है कि अगर दिशा को शो में वापस नहीं आना है तो वो शो से अपना रास्ता अलग क्यों नहीं कर रही हैं या फिर मेकर्स भी इस पर कोई मजबूत निर्णय क्यों नहीं ले रहे. इसके पीछे दिशा वकानी की पॉपुलैरिटी और टीआरपी खेल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. 


इतने सालों से शो का हिस्सा बनी दिशा अब इस शो का दिल बन चुकी हैं. दयाबेन का रोल उन्होंने ऐसे पकड़ा है कि अब किसी और एक्ट्रेस उस रोल में देख पाना और उसे स्वीकार करना काफी मुश्किल है. और अगर कोई एक्ट्रेस आती भी है और ये रोल करती भी है तो इसकी कोई गारंटी नहीं है कि उन्हें फैंस उतना प्यार देंगे और इससे सीधा-सीधा असर शो की टीआरपी पर पड़ेगा. 


अब ये तो सभी जानते हैं कि दयाबेन का किरदार टीआरपी के खेल में शो के लिए अहम रोल प्ले करता है. शो में जब 2017 के बाद एक एपिसोड के लिए दिशा वकानी आई थी तो टीआरपी आसमान छूने लगी थी. महज एक एपिसोड ने शो की गिरती टीआरपी को आकर वापस से मजबूती दी. पहली भी जब तक दिशा वकानी शो में रही हैं, शो को अच्छा ही रिस्पॉन्स मिला है. दिशा वकानी शो में कब आएंगी, कैसे आएंगी, आएंगी भी या नहीं, ऐसे कई सवाल फैंस के जहन में है. दिशा की एंट्री के लिए फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं.

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Covaxin versus Covishield: कोविशील्ड से कितनी अलग कोवैक्सीन? जानें दोनों के साइड इफेक्ट और खासियत

 Covaxin versus Covishield: कोविशील्ड से कितनी अलग कोवैक्सीन? जानें दोनों के साइड इफेक्ट और खासियत 


भारत में 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीनेट करने की मुहीम शुरू हो चुकी है. इस दौरान लोगों को कोवैक्सीन और कोविशील्ड के डोज़ दिए जाएंगे. दूसरी लहर की तबाही और वायरस के म्यूटेशन को देखते हुए ऐसा करना जरूरी हो गया है. हालांकि वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को लेकर लोग घबराए भी हुए हैं. कुछ लोग इसलिए भी कन्फ्यूज हैं कि वे कौन सी वैक्सीन लें. 




आइए आपको इन दोनों वैक्सीन के डिजाइन, फायदे और साइड इफेक्ट्स के बारे में बताते हैं. कोवैक्सीन को भारत बायोटक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर डेवलप किया है. कोवैक्सीन एक इनएक्टिवेटेड वैक्सीन है, जो बीमारी पैदा करने वाले वायरस को निष्क्रिय करके बनाई गई है. 


कोविशील्ड चिम्पैंजी एडेनोवायरस वेक्टर पर आधारित वैक्सीन है. इसमें चिम्पैंजी को संक्रमित करने वाले वायरस को आनुवांशिक तौर पर संशोधित किया गया है ताकि ये इंसानों में ना फैल सके. इस संशोधित वायरस में एक हिस्सा कोरोना वायरस का है जिसे स्पाइक प्रोटीन कहा जाता है. 





ये वैक्सीन शरीर में इम्यून रिस्पॉन्स बनाती है जो स्पाइक प्रोटीन पर काम करता है. ये वैक्सीन एंटीबॉडी और मेमोरी सेल्स बनाती है जिससे के वायरस को पहचानने में मदद मिलती है. शुरुआत में कोवैक्सीन पर काफी उंगलियां उठाई गई थीं. लेकिन अब दुनियाभर के एक्सपर्ट ने इस वैक्सीन की कार्य क्षमता की प्रशंसा की है. 


व्हाइट हाउस के मेडिकल एडवाइज एंथॉनी फाउची ने खुद एक हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कोवैक्सीन B.1.617 वेरिएंट यानी भारत के डबल म्यूटेंट वेरिएंट को बेअसर करने में कारगर है. 







कोवैक्सीन और कोविशील्ड एक दूसरे से एकदम अलग हैं. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा डेवलप कोविशील्ड के इस वैक्सीन को कई और भी देशों में इस्तेमाल किया जा रहा है. वैज्ञानिकों का दावा है कि ये वैक्सीन कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी जेनरेट करने का काम करती है. हालांकि इन दोनों ही वैक्सीन की खूबियां इन्हें एक दूसरे से अलग बनाती हैं. 


कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों ही वैक्सीन का प्रभाव काफी अच्छा बताया गया है. ये दोनों ही WHO के स्टैंडर्ड को मैच करती हैं. कोवैक्सीन ने अपना बड़ा ट्रायल इस साल फरवरी के अंत में पूरा किया था. 


क्लीनिकल स्टडीज के मुताबिक, भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का एफिकेसी रेट 78 प्रतिशत है. स्टडी के मुताबिक, कोवैक्सीन घातक इंफेक्शन और मृत्यु दर के जोखिम को 100 फीसद तक कम कर सकती है. 


वहीं, कोविशील्ड का एफिकेसी रेट 70 प्रतिशत है, जिसे तकरीबन एक महीने बाद दूसरी डोज़ के साथ 90 फीसद तक बढ़ाया जा सकता है. ये न सिर्फ सिम्पटोमैटिक इंफेक्शन में राहत दे सकती है, बल्कि तेजी से रिकवरी भी कर सकती है. 


कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों ही रिएक्टोजैनिक साइड इफेक्ट के साथ आती हैं. इसमें इंजेक्शन साइट पर दर्द, बुखार, ठंड लगना, कंपकंपी, चक्कर आना मतली, सिर दर्द या पेट दर्ज जैसे साधारण देखने को मिल सकते हैं.



 हालांकि कोवैक्सीन में अभी तक कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं देखने को मिला है. कोविशील्ड भी एक प्रभावशाली वैक्सीन है, लेकिन कई देशों में इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर सवाल खड़े हो चुके हैं. 


कई मामलों में लोगों को ब्लड क्लॉट की समस्या हो चुकी है. जबकि कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां लोगों को न्यूरोलॉजिकल से जुड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा है. 


कोरोना से बचाव के लिए दोनों ही वैक्सीन के कुछ सप्ताह के अंतराल में दो-दो डोज़ दिए जाते हैं. ये दोनों ही वैक्सीन हाथ की मांसपेशियों में इंजेक्ट किए जाते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, कोवैक्सीन की दूसरी डोज की जरूरत 4-6 सप्ताह के बाद होती है. जबकि कोविशील्ड की दूसरी डोज 6-8 सप्ताह के बाद दी जानी चाहिए. 


भारत में कोरोना के नए म्यूटेंट ने ज्यादा कहर बरपाया है. ब्रिटेन, ब्राजिलियन और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए स्ट्रेन के अलावा भारत में मिले डबल और ट्रिपल म्यूटेंट ने भी चिंता बढ़ा रखी है. 


एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नए इंफेक्शियस स्ट्रेन पर कोवैक्सीन का ज्यादा अच्छा रिजल्ट देखा गया है. हालांकि संक्रमण को जड़ से खत्म करने के लिए दोनों ही वैक्सीन बेहतर बताए गए हैं.


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सपने में चारों तरफ पानी ही पानी दिखे तो? जानिए स्वप्न शास्त्र में इसका मतलब

  सपने में चारों तरफ पानी ही पानी दिखे तो? जानिए स्वप्न शास्त्र में इसका मतलब हर व्यक्ति सपना देखता है और जो भी सपना हम देखते हैं उनाक मतलब ...